पटना: नेपाल प्रभाग में निरंतर वर्षापात जारी है, जिसके फलस्वरूप नेपाल प्रभाग से उद्गमित होने वाली गंडक, कोशी, महानंदा, बागमती आदि नदियों में इस मॉनसून के अधिकतम जलश्राव के प्रवाहित होने की संभावना है।
आज दिनांक 28.09.2024 को अप० 07:00 बजे गंडक बराज, वाल्मीकीनगर से 5.38 लाख क्यूसेक एवं कोशी बराज, वीरपुर से 5.79 लाख क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है, जिनमें बढ़ने की प्रवृति है। जबकि अप० 07:00 बजे नेपाल प्रभाग में गंडक बराज, वाल्मीकीनगर के उर्द्धवप्रवाह में अवस्थित देवघाट स्थल पर 5.40 लाख क्यूसेक एवं कोशी बराज, वीरपुर के उर्द्धवप्रवाह में अवस्थित बराहक्षेत्र स्थल पर 4.99 लाख क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है। कोशी बराज, वीरपुर पर एहतियातन आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। सभी क्षेत्रीय अभियंता तटबंधों / संरचनाओं के सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील / अतिसंवेदनशील स्थलों पर कैम्प कर रहे है। सभी स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण कराया गया है। तटबंध के प्रत्येक कि०मी० पर तटबंध श्रमिकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही आवश्यकतानुसार संवेदनशील / अतिसंवेदनशील स्थलों के बेहतर पर्यवेक्षण हेतु 45 कनीय अभियंताओं, 25 सहायक अभियंताओं, 17 कार्यपालक अभियंताओं एवं 03 अधीक्षण अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है। आपदा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए विभागीय स्तर पर प्रधान सचिव, जल संसाधन विभाग के नियंत्रणाधीन एवं अभियंता प्रमुख स्तर के पदाधिकारी के प्रभार में 24 घंटे एवं 03 पाली में आगामी 72 घंटों के लिये कार्यरत रहने हेतु “War Room” स्थापित किया गया है। उक्त “War Room” प्रधान सचिव, जल संसाधन विभाग के नेतृत्व एवं मार्गनिर्देशन में बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई, पूर्वानुमान एवं माडलिंग, यांत्रिक एवं जन-सम्पर्क कार्य तथा प्रबंधन सहित अन्य सभी मामलों के संबंध में अनुश्रवण एवं कार्रवाई करेगी।