परिवार नियोजन पर कार्यशालापटना: परिवार नियोजन पर दानापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पीएसआई इंडिया के तत्वावधान में उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में दानापुर प्रखंड के सीएचओ एवं एएनएम को परिवार नियोजन पर जानकारी प्रदान की गयी.
कार्यशाला में दानापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनुपमा सिन्हा, केंद्र की चिकित्सक डॉ. प्रीती, डॉ. सुमन लता एवं डॉ. रंजन सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहे. करीब 24 प्रतिभागियों ने उन्मुखीकरण कार्यशाला में भाग लिया.
स्वस्थ शिशु एवं सीमित परिवार ही स्वस्थ समाज की धुरी:
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए दानापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनुपमा सिन्हा ने बताया कि स्वस्थ माँ और स्वस्थ शिशु के साथ छोटा और सीमित परिवार एक स्वस्थ समाज की धुरी होते हैं. उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के स्थायी साधनों की पहुंच एवं अधिक से अधिक परिवार को छोटा रखने के लिए महिलाओं के लिए बंध्याकरण एवं पुरुषों के लिए नसबंदी सबसे सरल एवं सुगम जरिया है. परिवार नियोजन के संदेश को घर घर पहुंचाने के लिए संस्थान में आये लाभार्थियों को जागरूक किया जाये. उन्होंने कहा कि घर घर जाकर लोगों को छोटा परिवार के लाभ एवं उपलब्ध परिवार नियोजन के साधनों के बारे में बताएं.
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डॉ. सुमन लता, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषग्य ने स्थायी एवं अस्थायी साधनों के बारे में विस्तार से जानकारी और बास्केट ऑफ़ चॉइस के बारे में बताया. उन्होंने बंध्याकरण एवं नसबंदी के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने लाभार्थियों की लेबर रूम में परामर्श देने की महत्ता पर बल दिया. डॉ. प्रीति ने कॉपर-टी के लाभ एवं परिवार नियोजन संबंधित परामर्श की तकनीकों की जानकारी दी.
पीएसआई इंडिया की टीम द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम की जानकारी दी गयी एवं एचएमआईएस के परिवार नियोजन के आंकड़ों पर चर्चा की गयी. टीम द्वारा समुदाई स्वास्थ्य केंद्र को परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए संस्था के कार्यक्रमों की जानकारी दी गयी. इस अवसर पर पीएसआई इंडिया की तरफ से ज्योति, मधुकर एवं राजीव उपस्थित रहे.
इसी क्रम में कल गुरुवार को पटना सदर स्थित संदलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पीएसआई इंडिया की टीम कार्यशाला का आयोजन किया गया था जिसमे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, संबलपुर से संबंधित 44 अधिकारी शामिल हुए.