कटिहार: जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 02 सितंबर से 30 सितंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान का आयोजन किया जाएगा।
इस अभियान के सफल संचालन के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी जानकारी उपलब्ध हो सके और इच्छुक दंपत्तियों द्वारा इसका लाभ उठाया जा सके। शुरुआत में स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों द्वारा 27 अगस्त से 31 अगस्त तक अभियान की सफलता के लिए पूर्व योजना का आयोजन किया जा रहा है। 02 सितंबर से 14 सितंबर तक जिले के सभी प्रखंडों में दंपती संपर्क पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा जिस दौरान योग्य दंपतियों की पहचान कर उन्हें परिवार नियोजन सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। 17 सितंबर को सभी प्रखंडों में स्वास्थ्य मेला का आयोजन कर लोगों को विभिन्न परिवार नियोजन सेवा के प्रति जागरूक किया जाएगा। 17 सितंबर से 30 सितंबर तक सभी प्रखंडों में सभी इच्छुक दंपतियों को परिवार नियोजन सेवा का लाभ उपलब्ध कराने के लिए परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा। 21 सितंबर को सभी स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जाएगा। अभियान से सफल आयोजन के लिए सभी क्षेत्र में सारथी रथ का आयोजन कर लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरूक किया जाएगा।
लोगों को विभिन्न परिवार नियोजन सुविधाओं की दी जाएगी जानकारी :
प्रभारी डीपीएम स्वास्थ्य डॉ किशलय कुमार ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान के पहले चरण में 02 से 14 सितंबर तक दंपती संपर्क पखवाड़े का आयोजन कर लोगों को सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल एवं प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर जोर दिया जाएगा। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिले के सभी प्रखंडों में सारथी रथ चलाया जाएगा जिसके माध्यम से माइकिंग द्वारा लोगों परिवार नियोजन के विभिन्न उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान इच्छुक दंपत्तियों को चिन्हित कर सेवा पखवाड़े में आवश्यक लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। जिले में तीन प्रखंड मनिहारी, बलरामपुर और कुर्सेला नीति आयोग के आकांक्षी प्रखंड में शामिल है। संबंधित प्रखंड के स्लम क्षेत्र में विशेष रूप में लोगों को मिशन परिवार विकास अभियान के लिए जागरूक करते हुए इच्छुक लाभार्थियों को लाभ उपलब्ध कराई जाएगी।
लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा का उपलब्ध कराया जाएगा लाभ :
एसीएमओ डॉ जे पी सिंह ने कहा कि अभियान के दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष रूप से इच्छुक दंपतियों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी सुविधा का लाभ दिया जाएगा। स्थायी सुविधा के रूप में लोग महिला बंध्याकरण और पुरूष नसबंदी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। अस्थायी सुविधा के रूप में लोग अस्पताल में कंडोम, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, गर्भनिरोधक सुई अंतरा, कॉपर टी आदि का लाभ उठा सकते हैं। सरकारी अस्पताल में परिवार नियोजन सुविधा का लाभ उठाने पर लोगों को आर्थिक सहायता की उपलब्ध कराई जाती है। अस्पताल में महिला बंध्याकरण करने पर लाभार्थी महिला को 2000 रुपया जबकि पुरूष नसबंदी कराने पर लाभार्थी पुरुषों को 3000 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
अधिक से अधिक लोगों को किया जाएगा जागरूक :
सिविल सर्जन डॉ जितेन्द्र नाथ सिंह ने कहा कि मिशन परिवार विकास अभियान को संचालित करने का उद्देश्य परिवार नियोजन सेवा का समुदाय स्तर तक पहुंच को बेहतर बनाना है। इससे नवदंपति या एक संतान वाले दंपत्ति जोड़े के बीच गर्भधारण में अंतराल एवं स्वस्थ जीवन को अपनाने के प्रति जागरूकता हो सकेंगे। इसके साथ साथ संस्थागत प्रसव व सुरक्षित गर्भपात को ध्यान में रखते हुए प्रसव के बाद महिला नसबंदी एवं कॉपर-टी संस्थापन पर अभियान के दौरान विशेष बल दिया जाएगा। इसके लिए प्रसव कक्ष में परिवार कल्याण परामर्शी, एएनएम, स्टाफ नर्स के माध्यम से प्रसव एवं गर्भपात के लिए आए हुए इच्छुक महिलाओं को उत्प्रेरित करते हुए सुविधा प्रदान कराई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मियों द्वारा अपने क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग को सहयोगी संस्था पीएसआई और यूएनएफपीयू द्वारा भी आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराई जा रही है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा परिवार नियोजन सुविधा का आवश्यक लाभ लिया जा सके।