पटना: बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि तेजस्वी यादव बढ़ते अपराध और पुल – पुलिया गिरने पर पर सवाल खड़ा करते हैं, तब सत्तापक्ष एनडीए के नेता बेचैन क्यों जाते हैं। जब सच का आईना दिखाया जाता है तो उसका जवाब देने कि बजाय भाजपा और जदयू के नेता लालू और तेजस्वी फोबिया से ग्रसित होकर अनर्गल प्रलाप करते हैं।
एजाज ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव सरकार की गलतियों बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार को शिष्टाचार और सदाचार का रूप दिए जाने के मामले को उजागर करते हैं और सच्चाई से रूबरू कराते हैं तो भाजपा जदयू को इस मामले पर घबराहट और बेचैनी क्यों हो जाती है। बिहार में अपराध और अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है और सरकार इसे रोकने में पूरी तरह से असमर्थ है, आज तेजस्वी जी 87 अपराधिक घटनाओं को आंकड़ों के साथ सार्वजनिक रूप से जानकारी दे रहे हैं, तो सरकार को जवाब नहीं सूझ रहा है और और सरकार में बैठे हुए लोग अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। सरकार के स्तर से सच्चाई पर जवाब देने की बजाय तेजस्वी के सवाल पर घिसा-पिटा राग अलाप रही है। बिहार में सरकार आपसी खींचतान की स्थिति में है ,और नुरा -कुश्ती का खेल चल रहा है,बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार जनता की रक्षा की बजाय खुद को ही बचाने में लगी हुई है। डबल इंजन सरकार जनता के प्रति अपनी जवाबदेही का सही ढंग से निर्वहन नहीं कर रही है। जिस कारण पूरे बिहार में लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा और रोष है। बिहार में पुल- पुलिया गिरने से यह स्पष्ट हो जाता है कि भ्रष्टाचार के आधार पर पुलों का निर्माण किया गया और कहीं ना कहीं इस मामले में सरकार में बैठे हुए लोग मलाई काटते रहे हैं, यह सरकार के गिरते इकबाल का परिणाम है।